ट्रांसलिटरेशन कीबोर्ड क्या है, इसे कैसे उपयोग करें ?

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TRANSLITERATION KEYBOARD क्या है, इसे किस प्रकार से इंस्टॉल करें और इससे हिन्दी में कैसे टाइप करें ? जानिए पूरी प्रक्रिया हिन्दी में ..


TRANSLITERATION कीबोर्ड रोमन हिन्दी प्रणाली पर कार्य करता है अर्थात् यदि TRANSLITERATION कीबोर्ड पर 'RAAM' लिखा जाए तो वह ट्रांसलेट होकर 'राम' में बदल जाता है। इसकी लिप्यंतरण की गति टाइपिंग गति के समान ही होती है। इस कीबोर्ड को लिप्यंतरण या फोनेटिक कीबोर्ड के नाम से भी जानते हैं। 

इस कीबोर्ड का विकास विशेष रूप से उन लोगों के लिए किया गया है जिनको हिन्दी टाइपिंग नहीं आती है। ऐसे लोग TRANSLITERATION कीबोर्ड के माध्यम से हिन्दी यूनीकोड टाइपिंग कर सकते हैं लेकिन इसके लिए रोमनागरी अर्थात रोमन हिन्दी का ज्ञान होना जरूरी होता है, जैसे— KSH से क्ष, PRA से प्र, TRA से ट्र, N से न, CHH से छ बनता है।

चूंकि यह मानक कीबोर्ड नहीं है, यूजर्स की आवश्यकता के अनुसार वैकल्पिक तौर पर विकसित किया गया है इसलिए यह कंप्यूटर में स्वत: ही प्राप्त नहीं होता है। इस कीबोर्ड को कंप्यूटर में इंस्टॉल (SETUP) करने के लिए आपको किसी THIRD PARTY APPLICATION SOFTWARE की आवश्यकता होती है। GOOGLE HINDI INPUT, MICROSOFT INDIC LANGUAGE INPUT, INDIC INPUT ऐसे सॉफ्टवेयर हैं जो TRANSLITERATION KEYBOARD की सुविधा प्रदान करते हैं। आप इनमें से किसी भी APPLICATION SOFTWARE को उपयोग करके अपने कंप्यूटर में लिप्यंतरण कीबोर्ड इंस्टॉल कर सकते हैं और हिन्दी यूनीकोड टाइपिंग कर सकते हैं।

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आपकी जानकारी के लिए बता दें कि हिन्दी यूनीकोड टाइपिंग के लिए REMINGTON और INSCRIPT कीबोर्ड के बाद सबसे अधिक लिप्यंतरण कीबोर्ड ही प्रयोग किया जाता है। इसका प्रयोग सबसे अधिक मोबाइल में किया जाता है और कंप्यूटर में उन लोगों के द्वारा किया जाता है जिनको हिन्दी टाइपिंग नहीं आती है।

यद्यपि यह काफी उपयोग किया जाता है परंतु टाइपिंग के मानक मापदण्ड 'गति के साथ डाटा इनपुट करना' का पालन नहीं करने के कारण इसे आॅफिस कार्य, टाइपिंग परीक्षा आदि में प्रयोग नहीं किया जाता है। इसके उपयोग केवल व्यक्तिगत स्तर तक ही सीमित होता है। इसका कारण यह है कि यह रोमनागरी सिद्धांत पर कार्य करता है जिसमें एक वर्ण को बनाने के लिए हमें दो या अधिक बटन (जैसे फ—PH, ज्ञ—GYA, भ—BHA, क्ष—KSHA) दबाने होते हैं जिसमें समय, मेहनत अधिक लगती है और आउटपुट कम मिलता है जो व्यवहारिक रूप से टाइपिंग कार्य में जरा भी उचित नहीं होता है।

अगर आपको हिन्दी टा​इपिंग नहीं आती है और अपने व्यक्तिगत कार्य जैसे सोशल मीडिया अपडेट्स, चैटिंग, ब्लॉगिंग पर मंगल फॉन्ट टाइपिंग यानि हिन्दी यूनीकोड टाइपिंग करना चाहते हैं तो आप TRANSLITERATION KEYBOARD उपयोग कर सकते हैं परंतु ध्यान दें कि यह किसी भी परीक्षा में उपयोग नहीं होता है इसलिए किसी परीक्षा की तैयारी के लिए TRANSLITERATION KEYBOARD पर टाइपिंग अभ्यास नहीं किया जा सकता है। 

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