रेमिंग्टन कीबोर्ड क्या है, कितने प्रकार का होता है, इसे कैसे इंस्टॉल करेंगे और कैसे हिन्दी टाइपिंग करेंगे ? जानिए पूरी जानकारी इस पोस्ट में ..
हिन्दी टाइपिंग के लिए सबसे पहला जो कीबोर्ड विकसित किया गया, वह रेमिंग्टन कीबोर्ड ही था। चूंकि इसे रेमिंग्टन द्वारा विकसित किया गया था इसलिए इसका नाम रेमिंग्टन कीबोर्ड रखा गया है। अगर आज आप देखें तो इसकी वर्ण व्यवस्था बहुत जटिल दिखेगी परंतु कीबोर्ड विकसित करने के समय हिन्दी के इतने वर्ण को कीबोर्ड पर व्यस्थित करना वास्तव में सहरानीय था।
चूंकि सबसे पहले टाइपराइटर पर ही हिन्दी टाइपिंग की जाती थी इसलिए सबसे पहले रेमिंग्टन कीबोर्ड 'टाइपराइटर' पर देखने को मिला। समय के साथ तकनीक का विकास हुआ और कंप्यूटर पर हिन्दी टाइपिंग की आवश्यकता समझी गई तब 'रेमिंग्टन कीबोर्ड' के आधार पर ही नॉन—यूनीकोड फॉन्ट (KRUTIDEV, DEVLYS, KUNDLI फॉन्ट) विकसित किए गए, जिनके द्वारा अंग्रेजी कीबोर्ड में ही हिन्दी रेमिंग्टन का टाइपिंग इंटरफेस मिल गया और टाइपराइटर पर टाइपिंग सीखने और टाइपिंग करने वाले टाइपिस्ट को बिना किसी समस्या के कंप्यूटर पर टाइपिंग का माध्यम मिल गया।
समय के साथ तकनीक का विकास हुआ और अस्तित्व में आई यूनीकोड हिन्दी टाइपिंग प्रणाली। चूंकि REMINGTON KEYBOARD की वर्ण व्यवस्था जटिल थी जिस कारण कीबोर्ड याद रखने और टाइपिंग सीखने में समय लगता था इसलिए हिन्दी यूनीकोड टाइपिंग में इंस्क्रिप्ट कीबोर्ड का विकास किया गया जिसमें वर्ण व्यस्था बहुत ही आसान, जल्दी से सीखने योग्य रखी गई। परंतु यह REMINGTON KEYBOARD से पूर्णत: भिन्न था, इसलिए जो लोग REMINGTON KEYBOARD पर टाइपिंग जानते थे उनकी सुविधा के लिए हिन्दी यूनीकोड में HINDI REMINGTON कीबोर्ड का भी विकास किया गया।
इस प्रकार REMINGTON KEYBOARD सबसे पुराना होकर भी सबसे अधिक उपयोग में आने वाला कीबोर्ड लेआउट है। यद्यपि यह सीखने में कठिन है तथापि आज 70 प्रतिशत के लगभग टाइपिस्ट REMINGTON पर टाइपिंग जानते हैं और इसी का प्रयोग करते हैं। एक लंबा सफर तय करने के बाद REMINGTON KEYBOARD के तीन रूप हमारे सामने आए हैं —
REMINGTON KEYBOARD (WITH KRUTIDEV, DEVLYS FONT) : अगर आप टाइपराइटर पर या कृतिदेव फॉन्ट पर टाइपिंग सीखे हैं तो भी आप रेमिंग्टन कीबोर्ड पर ही टाइपिंग जानते हैं। हां, यह अवश्य है कि टाइपराइटर कीबोर्ड और कृतिदेव कीबोर्ड में कुछ कुंजियां (BUTTON) भिन्न हैं तथापि संपूर्ण कीबोर्ड लेआउट समान ही रहता है। यह नॉन यूनीकोड टाइपिंग के लिए प्रयोग किया जाता है।
♦ REMINGTON KEYBOARD (WITH KRUTIDEV FONTS) क्या है?
REMINGTON CBI KEYBOARD : जो लोग टाइपराइटर पर या कृतिदेव फॉन्ट पर टाइपिंग जानते हैं, वह भी यूनीकोड हिन्दी टाइप कर सकें, इसीलिए REMINGTON CBI कीबोर्ड का विकास किया गया है। यद्यपि इसकी कार्य प्रणाली व्याकरण आधारित होती है परंतु इसका लेआउट TYPWRITER, KRUTIDEV के जैसा ही होता है, बस एक दो बटन का स्थान बदल दिया गया है। चूंकि यह व्याकरण आधारित है इसलिए इसमें 'ि' की मात्रा वर्ण के बाद टाइप करनी होती है जबकि TYPWRITER, KRUTIDEV फॉन्ट पर टाइपिंग करते समय 'ि' की मात्रा वर्ण के पहले टाइप की जाती है।
REMINGTON GAIL KEYBOARD : यह भी यूनीकोड हिन्दी टाइपिंग के लिए विकसित किया गया है। चूंकि CBI LAYOUT में 'ि' की मात्रा बाद में टाइप करनी होती है जिससे TYPWRITER, KRUTIDEV यूजर्स को CBI LAYOUT में टाइपिंग के दौरान असुविधा हुई, इसलिए इस कीबोर्ड का विकास किया गया। हालांकि इस कीबोर्ड की कार्य प्रणाली भी व्याकरण पर आधारित है परंतु इसमें 'ि' की मात्रा में व्याकरण नियम को शिथिल किया गया। इस प्रकार REMINGTON GAIL KEYBOARD में TYPWRITER, KRUTIDEV टाइपिंग की तरह 'ि' की मात्रा को पूर्व में लगाए जाने पर सही मानता है और टाइपिंग करने वालों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होती है।
REMINGTON GAIL और REMINGTON CBI दोनों ही यूनीकोड टाइपिंग कीबोर्ड हैं। चूंकि यह मानक कीबोर्ड नहीं है इसलिए यह कंप्यूटर में स्वत: प्राप्त नहीं होते हैं। इनका प्रयोग करने के लिए हमें HINDI INDIC INPUT SOFTWARE अपने कंप्यूटर में इंस्टॉल करना पड़ेगा क्योंकि यही एकमात्र सॉफ्टवेयर है जो HINDI UNICODE के REMINGTON कीबोर्ड की सुविधा प्रदान करता है।
♦ हिन्दी इण्डिक इनपुट सॉफ्टवेयर क्या है, कैसे डाउनलोड करें ?
आशा है आप समझ गए होंगे कि REMINGTON कीबोर्ड क्या है, कितने प्रकार का होता है और कैसे हम इसे उपयोग कर सकते हैं। फिर भी आपके मन में किसी प्रकार की शंका न रहे इसलिए हमने एक छोटा सा वीडियो बनाया है जिसमें इस समस्त जानकारी को लाइव दिखाया है। आप चाहें तो यह वीडियो देख सकते हैं।
चूंकि सबसे पहले टाइपराइटर पर ही हिन्दी टाइपिंग की जाती थी इसलिए सबसे पहले रेमिंग्टन कीबोर्ड 'टाइपराइटर' पर देखने को मिला। समय के साथ तकनीक का विकास हुआ और कंप्यूटर पर हिन्दी टाइपिंग की आवश्यकता समझी गई तब 'रेमिंग्टन कीबोर्ड' के आधार पर ही नॉन—यूनीकोड फॉन्ट (KRUTIDEV, DEVLYS, KUNDLI फॉन्ट) विकसित किए गए, जिनके द्वारा अंग्रेजी कीबोर्ड में ही हिन्दी रेमिंग्टन का टाइपिंग इंटरफेस मिल गया और टाइपराइटर पर टाइपिंग सीखने और टाइपिंग करने वाले टाइपिस्ट को बिना किसी समस्या के कंप्यूटर पर टाइपिंग का माध्यम मिल गया।
समय के साथ तकनीक का विकास हुआ और अस्तित्व में आई यूनीकोड हिन्दी टाइपिंग प्रणाली। चूंकि REMINGTON KEYBOARD की वर्ण व्यवस्था जटिल थी जिस कारण कीबोर्ड याद रखने और टाइपिंग सीखने में समय लगता था इसलिए हिन्दी यूनीकोड टाइपिंग में इंस्क्रिप्ट कीबोर्ड का विकास किया गया जिसमें वर्ण व्यस्था बहुत ही आसान, जल्दी से सीखने योग्य रखी गई। परंतु यह REMINGTON KEYBOARD से पूर्णत: भिन्न था, इसलिए जो लोग REMINGTON KEYBOARD पर टाइपिंग जानते थे उनकी सुविधा के लिए हिन्दी यूनीकोड में HINDI REMINGTON कीबोर्ड का भी विकास किया गया।
इस प्रकार REMINGTON KEYBOARD सबसे पुराना होकर भी सबसे अधिक उपयोग में आने वाला कीबोर्ड लेआउट है। यद्यपि यह सीखने में कठिन है तथापि आज 70 प्रतिशत के लगभग टाइपिस्ट REMINGTON पर टाइपिंग जानते हैं और इसी का प्रयोग करते हैं। एक लंबा सफर तय करने के बाद REMINGTON KEYBOARD के तीन रूप हमारे सामने आए हैं —
REMINGTON KEYBOARD (WITH KRUTIDEV, DEVLYS FONT) : अगर आप टाइपराइटर पर या कृतिदेव फॉन्ट पर टाइपिंग सीखे हैं तो भी आप रेमिंग्टन कीबोर्ड पर ही टाइपिंग जानते हैं। हां, यह अवश्य है कि टाइपराइटर कीबोर्ड और कृतिदेव कीबोर्ड में कुछ कुंजियां (BUTTON) भिन्न हैं तथापि संपूर्ण कीबोर्ड लेआउट समान ही रहता है। यह नॉन यूनीकोड टाइपिंग के लिए प्रयोग किया जाता है।
♦ REMINGTON KEYBOARD (WITH KRUTIDEV FONTS) क्या है?
REMINGTON CBI KEYBOARD : जो लोग टाइपराइटर पर या कृतिदेव फॉन्ट पर टाइपिंग जानते हैं, वह भी यूनीकोड हिन्दी टाइप कर सकें, इसीलिए REMINGTON CBI कीबोर्ड का विकास किया गया है। यद्यपि इसकी कार्य प्रणाली व्याकरण आधारित होती है परंतु इसका लेआउट TYPWRITER, KRUTIDEV के जैसा ही होता है, बस एक दो बटन का स्थान बदल दिया गया है। चूंकि यह व्याकरण आधारित है इसलिए इसमें 'ि' की मात्रा वर्ण के बाद टाइप करनी होती है जबकि TYPWRITER, KRUTIDEV फॉन्ट पर टाइपिंग करते समय 'ि' की मात्रा वर्ण के पहले टाइप की जाती है।
REMINGTON GAIL KEYBOARD : यह भी यूनीकोड हिन्दी टाइपिंग के लिए विकसित किया गया है। चूंकि CBI LAYOUT में 'ि' की मात्रा बाद में टाइप करनी होती है जिससे TYPWRITER, KRUTIDEV यूजर्स को CBI LAYOUT में टाइपिंग के दौरान असुविधा हुई, इसलिए इस कीबोर्ड का विकास किया गया। हालांकि इस कीबोर्ड की कार्य प्रणाली भी व्याकरण पर आधारित है परंतु इसमें 'ि' की मात्रा में व्याकरण नियम को शिथिल किया गया। इस प्रकार REMINGTON GAIL KEYBOARD में TYPWRITER, KRUTIDEV टाइपिंग की तरह 'ि' की मात्रा को पूर्व में लगाए जाने पर सही मानता है और टाइपिंग करने वालों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं होती है।
REMINGTON GAIL और REMINGTON CBI दोनों ही यूनीकोड टाइपिंग कीबोर्ड हैं। चूंकि यह मानक कीबोर्ड नहीं है इसलिए यह कंप्यूटर में स्वत: प्राप्त नहीं होते हैं। इनका प्रयोग करने के लिए हमें HINDI INDIC INPUT SOFTWARE अपने कंप्यूटर में इंस्टॉल करना पड़ेगा क्योंकि यही एकमात्र सॉफ्टवेयर है जो HINDI UNICODE के REMINGTON कीबोर्ड की सुविधा प्रदान करता है।
♦ हिन्दी इण्डिक इनपुट सॉफ्टवेयर क्या है, कैसे डाउनलोड करें ?
आशा है आप समझ गए होंगे कि REMINGTON कीबोर्ड क्या है, कितने प्रकार का होता है और कैसे हम इसे उपयोग कर सकते हैं। फिर भी आपके मन में किसी प्रकार की शंका न रहे इसलिए हमने एक छोटा सा वीडियो बनाया है जिसमें इस समस्त जानकारी को लाइव दिखाया है। आप चाहें तो यह वीडियो देख सकते हैं।
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