कृतिदेव और रेमिंग्टन (GAIL/CBI) लेआउट में अंतर

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कृतिदेव लेआउट और मंगल फॉन्ट के REMINGTON GAIL/CBI लेआउट में क्या अंतर है, क्या आप रेमिंग्टन पर टाइप कर सकते हैं ? जानिए पूरी जानकारी कीबोर्ड के चित्र सहित .... 


यह तो आपको पता ही होगा कि KRUTIDEV 010, KRUTIDEV 016, DEVLYS 010 जैसे फॉन्ट पर टाइपिंग के लिए टाइपराइटर वाले रेमिंग्टन हिन्दी कीबोर्ड का प्रयोग किया जाता है। कृतिदेव पर टाइपिंग करने वाले भी मंगल फॉन्ट पर टाइपिंग कर सकें इसलिए हिन्दी यूनीकोड में रेमिंग्टन गैल और रेमिंग्टन सीबीआई जैसे कीबोर्ड की व्यवस्था की गई है।

♦  परीक्षा में क्यों मांगते हैं मंगल फॉन्ट की टाइपिंग ?

अब सवाल यह आता है कि कृतिदेव के लेआउट और मंगल फॉन्ट के रेमिंग्टन गैल और सीबीआई लेआउट में क्या अंतर होता है ? इस पोस्ट में हम आपको बताएंगे कि कृतिदेव लेआउट और मंगल फॉन्ट के रेमिंग्टन लेआउट में क्या अंतर है।
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मंगल फॉन्ट टाइपिंग में रेमिंग्टन के लिए दो कीबोर्ड लेआउट प्रयोग किए जाते हैं — रेमिंग्टन गैल और रेमिंग्टन सीबीआई कीबोर्ड। इस पोस्ट में हम दोनों ही कीबोर्ड लेआउट की तुलना कृतिदेव लेआउट से करेंगे। हालांकि कृतिदेव में हमें जो लेआउट मिलता है, वह रेमिंग्टन ही होता है और इस लेआउट को REMINGTON LAYOUT WITH KRUTIDEV FONT कहा जाता है परंतु आपकी सुविधा के लिए हम इसे यहां पर केवल कृतिदेव लेआउट के नाम से संबोधित किया जाएगा।

♦  टाइपिंग परीक्षाओं में कौन—कौन कीबोर्ड मिलते हैं ?

KRUTIDEV VS REMINGTON (GAIL/CBI) LAYOUT : कृतिदेव यूजर्स भी मंगल फॉन्ट में हिन्दी टाइपिंग कर सकें इसलिए यूनीकोड में रेमिंग्टन सीबीआई लेआउट का विकास किया गया। हालांकि यह REMINGTON LAYOUT WITH KRUTIDEV FONT की तरह ही होता है, परंतु सुविधा के लिए इसमें कुछ बटन में बदलाव किया गया है। इसके अलावा इसकी कार्य प्रणाली भी थोड़ी अलग है। तो चलिए जान लेते हैं कि क्या अंतर हैं — कृतिदेव और रेमिंग्टन सीबीआई लेआउट में।

पहला अंतर — इनमें पहला अंतर तो कीबोर्ड के बटनों का ही है। किन—किन बटन का स्थान इसमें बदल गया है, इसकी सही जानकारी आपको चित्र से हो जाएगी। नीचे हमने कृतिदेव लेआउट और मंगल फॉन्ट के रेमिंग्टन का चित्र अपलोड किया है, एक बार चित्र को ध्यान से देख लीजिए।


अगर आपने चित्र को ध्यान से देख लिया है तो आपको पता चल गया होगा कि इसमें सबसे टॉप वाली अर्थात् नंबर वाली पंक्ति में बदलाव किया जाकर, उन्हें बांये ओर खिसकाया गया है साथ ही फिंगर्स वाली पंक्तियों में भी एक—दो बदल में बदलाव किया गया है। पर यह बदलाव ज्यादा खास नहीं है। अगर आप पांच—सात बार इसका अभ्यास कर लेते हैं तो आप आसानी से इस पर टाइपिंग कर सकते हैं।

दूसरा अंतर —  इनमें दूसरा अंतर यही है कि कृतिदेव लेआउट व्याकरण आधारित नहीं है अर्थात् कृतिदेव टाइपिंग के दौरान आपको प्रत्येक वर्ण या तो टाइप करना होता है या फिर शॉर्टकट कीज की मदद से बनाना होता है जबकि मंगल फॉन्ट का रेमिंग्टन (GAIL/CBI) लेआउट पूरी तरह व्याकरण आधारित होती है जिसमें आप हलंत के प्रयोग से, मिश्रित करके नये वर्ण बना सकते हैं। उदाहरण के तौर पर मंगल फॉन्ट में टाइपिंग के समय राष्ट्र में उपयोग हुआ ट्र का र बनाने के लिए शॉर्टकट कीज की जरूरत नहीं है अपितु ट के बाद र दबाने से ही ट्र बन जाता है। इसी प्रकार से ह में हलंत लगाकर म लिखने से ह्म बन जाता है। ठीक ऐसे ही अन्य वर्ण बनाए जा सकते हैं।

तीसरा अंतर — कृतिदेव, देवलिस फॉन्ट पर टाइपिंग करने के लिए किसी प्रकार के इनपुट सॉफ्टवेयर की जरूरत नहीं होती है परंतु अगर आप रेमिंग्टन गैल या सीबीआई लेआउट पर टाइपिंग करना चाहते हैं तो आपको HINDI INDIC INPUT सॉफ्टवेयर अपने कंप्यूटर में इंस्टॉल करना ही होगा। इसके बिना आप न तो रेमिंग्टन गैल लेआउट पर टाइपिंग कर पाएंगे और न ही रेमिंग्टन सीबीआई लेआउट पर।

♦  हिन्दी इण्डिक इनपुट सॉफ्टवेयर क्या है ?

चौथा अंतर — हालांकि मंगल फॉन्ट टाइपिंग पूरी तरह से व्याकरण आधारित होती है​ जिसमें हम दो वर्ण को मिश्रित करके नये वर्ण बना सकते हैं परंतु कुछ ऐसे वर्ण होते हैं जिनको शॉर्टकट से ही बनाया जा सकता है। इनके लिए मंगल फॉन्ट टाइपिंग में भी शॉर्टकट कीज की व्यवस्था की गई है परंतु कृतिदेव, देवलिस लेआउट की शॉर्टकट कीज से यह पूर्णत: भिन्न होती हैं। आप कृतिदेव की शॉर्टकट कीज को मंगल फॉन्ट टाइपिंग के लिए उपयोग नहीं कर सकते हैं।

पांचवा अंतर — चूंकि यह व्याकरण आधारित होता है इसलिए व्याकरण के नियमानुसार प्रत्येक मात्रा वर्ण के बाद लगानी चाहिए। यही नियम रेमिंग्टन सीबीआई लेआउट में लागू होता है इसलिए ​ि की मात्रा को भी हमें वर्ण के बाद टाइप करना होता है। शेष मात्राएं तो सभी में ही वर्ण के बाद टाइप की जाती हैं। परंतु कृतिदेव में ​ि की मात्रा वर्ण के पहले टाइप की जाती है इसलिए व्याकरण आधारित रेमिंग्टन सीबीआई लेआउट कृतिदेव यूजर्स के लिए एक समस्या भी खड़ी करता है। और प्रारंभ में कृतिदेव यूजर्स को रेमिंग्टन सीबीआई लेआउट पर टाइपिंग करने में काफी असुविधा होती है।

हालांकि रेमिंग्टन गैल में इस व्याकरण के इस नियम को शिथिल किया गया है, इसलिए रेमिंग्टन गैल में कृतिदेव की तरह ​ि की मात्रा को वर्ण के पूर्व लगाना सही मान्य किया जाता है। यही कारण है कि कृतिदेव पर टाइपिंग करने वाले यूजर्स द्वारा रेमिंग्टन सीबीआई कीबोर्ड के बजाय रेमिंग्टन गैल लेआउट का सबसे अधिक उपयोग किया जाता है।

यह भी पढें —
1. WINDOWS 10 में रेमिंग्टन गैल लेआउट कैसे इंस्टॉल करें ?
2. WINDOWS 8.1 में मंगल फॉन्ट का रेमिंग्टन लेआउट कैसे सेट करें ?
3. WINDOWS 7 में रेमिंग्टन गैल/सीबीआई लेआउट कैसे इंस्टॉल करेंगे ?

रेमिंग्टन गैल और सीबीआई लेआउट में केवल यही एक अंतर है कि रेमिंग्टन सीबीआई कीबोर्ड में पूर्णत: व्याकरण नियमों का पालन किया गया है जबकि रेमिंग्टन गैल में व्याकरण के ​नियम को ​ि की मात्रा के लिए शिथिल किया गया है। इसी कारण से इनमें ​ ि की मात्रा वाले शब्दों को लिखने के लिए अलग—अलग प्रक्रिया को अपनाया जाता है —

किसान — क + ​ि + सा + न ( REMINGTON CBI LAYOUT)
किसान — ​ि + क + सा + न (REMINGTON GAIL LAYOUT)

बस यही एक अंतर है — रेमिंग्टन गैल और सीबीआई लेआउट में। बाकी फीचर्स दोनों लेआउट में पूर्णत: समान हैं इसलिए मुझे नहीं लगता कि KRUTIDEV VS REMINGTON GAIL और KRUTIDEV VS REMINGTON CBI कीबोर्ड को अलग—अलग समझाना होगा

♦  टाइपिंग की स्पीड बढ़ाइए मात्र सात दिन में !

अगर आप कृतिदेव, देवलिस फॉन्ट पर टाइपिंग जानते हैं तो आप आसानी से रेमिंग्टन गैल, रेमिंग्टन सीबीआई जैसे कीबोर्ड पर टाइपिंग कर सकते हैं। बस आपको पहली पंक्ति के बटन का और व्याकरण के नियमों का ध्यान रखना है। और हां, रेमिंग्टन कीबोर्ड सेट करने के लिए आपको कंप्यूटर में HINDI INDIC INPUT सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करना है। बस, इतना अगर आपने कर लिया है तो आप आसानी से किसी भी टाइपिंग, आशुलिपि स्किल टेस्ट की तैयारी रेमिंग्टन गैल, रेमिंग्टन सीबीआई कीबोर्ड के माध्यम से कर सकते हैं।

आशा है कि आप को जानकारी मिल गई होगी कि कृतिदेव लेआउट और मंगल फॉन्ट के रेमिंग्टन लेआउट में क्या अंतर है, कौन—कौन से बटन बदल गए हैं और कैसे आप इस पर टाइपिंग कर सकते हैं। 

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